वीर फिर रंग जेब में रख व रंग हाथ में रगड़ निकल गया और जैसे ही उसने अमृत को रंगा तभी अचा वीर फिर रंग जेब में रख व रंग हाथ में रगड़ निकल गया और जैसे ही उसने अमृत को रंगा ...
जज: केस खारिज ! मुल्ला ने उसे रिहा कर दिया। जज: केस खारिज ! मुल्ला ने उसे रिहा कर दिया।
संभावित खतरे को भाँपकर मनचले तुरंत इधर उधर खिसक लिये। संभावित खतरे को भाँपकर मनचले तुरंत इधर उधर खिसक लिये।
पापा चल पड़े अपना एक अधूरा ख़्वाब पूरा करने ५५ बरस में। पापा चल पड़े अपना एक अधूरा ख़्वाब पूरा करने ५५ बरस में।
आज की सभा यहां समाप्त, कल फिर जानेंगे, भारत की किसी अनोखी बात को।" आज की सभा यहां समाप्त, कल फिर जानेंगे, भारत की किसी अनोखी बात को।"
वो क्या खुद मौत भी आकर नहीं मिटा पायेगी। वो क्या खुद मौत भी आकर नहीं मिटा पायेगी।